हर्षोल्लास के साथ बीकानेर शहर में होली के पर्व की शुरुआत
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रियासत कालीन परंपरा के अनुसार बीकानेर शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण समाज द्वारा दिनांक 06 मार्च 2025 सप्तमी को खेलनी सप्तमी पर्व मनाया गयाl इस दिन शाकद्वीपीय समाज के लोग बड़ी संख्या में नागणेची मंदिर प्रांगण में फाग भजनों की प्रस्तुति देते हुए माता रानी को इत्र और गुलाल चरणों में अर्पित करते हुए बीकानेर शहर में शांतिपूर्वक होली महोत्सव प्रारंभ करने की अनुमति प्राप्त की l
इस दौरान सामजिक बंधुओ द्वारा मंदिर प्रांगण में गुलाल और पुष्पवर्षा की गई। इसके साथ ही शहर में होलाष्टक प्रारम्भ हो गए l फाग के गीतों और भजनो के बाद रात 8 बजे माता जी की आरती के बाद समाज के लोग अपने अपने क्षेत्रों में वापस पहुँच गए l हालाँकि गुलाल चढ़ाने और दर्शन का सिलसिला देर रात तक जारी रहा l
सामूहिक गोठ
आरती के बाद समाज के लोग शहर में अलग अलग 5 स्थानों पर सामूहिक प्रसाद/गोठ के लिए पहुंचे l स्थान की सुविधा और सामाजिक बंधुओ की संख्या को देखते हुवे शहर में श्यामो जी वंशज प्रन्यास भवन नत्थूसर गेट के बाहर, नाथसागर में सूर्य भवन, हंसावतो की तलाई, जस्सोलाई में जनेश्वर भवन और डागा चौक स्थित शिव शक्ति भवन में सामूहिक गोठ का आयोजन किया गया l
शाकद्वीपीय समाज की गैर
सामूहिक प्रसादी के बाद देर रात 11 को शाकद्वीपीय समाज के बुजुर्ग और युवा मिलकर गोगागेट से गेर के रूप में शहर में प्रवेश करते हुए होलका का आगाज किया। माताजी के भजनो - हंस चढ़ी माँ आयी भवानी रे - सहाय करे सब देश की, पन्नो रे मारी जोड़ रो रे बिकोने रो बासी रे आदि को गाते हुवे समाज के बंधुओ ने शहर में प्रवेश कर पारम्परिक रूप से होली के पर्व की शुरुआत की।
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